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कोरोना का टीका दिलाने के बहाने करवा दिया नसबंदी का ऑपरेशन, जाने हैरान कर देने वाला मामला

  • लेखक की तस्वीर: Patrakar Online
    Patrakar Online
  • 2 जन॰ 2022
  • 2 मिनट पठन

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राजस्थान से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक युवक के साथ धोखाधड़ी कर उसकी नसबंदी कर दी गई। युवक की नई-नई शादी हुई थी और उसकी शादी को अभी एक साल ही हुआ था। हादसे के बाद ही उसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। हालांकि पुलिस ने अब अपराध दर्ज कर लिया है, लेकिन परिवार के इकलौते बेटे के साथ हुई इस घटना से परिजन सदमे में हैं।


घटना उदयपुर की है। यहां एक विवाहित युवक की कोरोना का टीका लगवाने के बहाने नसबंदी कर दी गई, जो अपने परिवार का इकलौता बेटा है, लेकिन उसके कोई संतान नहीं है। इस संबंध में भूपालपुरा थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना प्रतापनगर गुरुद्वारा निवासी 23 वर्षीय कैलाश पुत्र बाबू लाल गमेती के साथ हुई. पिछले साल 29 दिसंबर की सुबह जब वह शहर के बेक ब्रिज के पास प्रसव पीड़ा के लिए खड़े थे तो हिरणमगरी सेक्टर 5 निवासी नरेश चावत ने उनसे संपर्क किया और उन्हें 2,000 रुपये में कोरोना वैक्सीन की पेशकश की। दो हजार रुपये के लालच में वह उसके साथ टीका लगवाने गया था। वह उसे भूपालपुरा इलाके के एक निजी अस्पताल में ले गया जहां उसे एक इंजेक्शन दिया गया और बाद में वह बेहोश हो गई। बाद में जब उसे होश आया तो उसे उसकी बहन के घर छोड़ दिया गया और उसे 1100 रुपये दिए गए। वहां जाने के बाद पता चला कि उनका पुरुष नसबंदी ऑपरेशन हुआ है।


जब उन्हें और उनके परिवार को इस बात का पता चला तो सभी परेशान हो गए। कैलाश के पिता बाबूलाल गमेती का कहना है कि कैलाश अपने परिवार में इकलौता बेटा है। उसकी पिछले साल शादी हुई थी और उसके अभी तक कोई संतान नहीं है। इसके बाद वह भूपालपुरा थाने पहुंचे और नरेश के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। संबंधित अस्पताल से पुरुष नसबंदी रिकॉर्ड एकत्र करने का प्रयास किया जा रहा है।

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