top of page

Day Special : आज विश्व कैंसर दिवस, जानें किस तरह उचित उपचार से नियंत्रण में लाया जा सकता है कैंसर

  • लेखक की तस्वीर: Patrakar Online
    Patrakar Online
  • 4 फ़र॰ 2022
  • 2 मिनट पठन

ree

हर 8 मिनट में भारत में होती है गर्भाशय कैंसर के कारण एक महिला की मौत


4 फरवरी को दुनिया भर में विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम क्लोज द केयर गैप है। लक्ष्य देखभाल को बढ़ाना और कैंसर को कम करना है। कैंसर का मतलब रद्द करना नहीं है। कैंसर को तभी खत्म किया जा सकता है जब पहले चरण में ही उचित और पूर्ण उपचार किया जाए और दूसरे और तीसरे चरण में उचित उपचार से कैंसर को नियंत्रण में लाया जा सकता है।


कैंसर के विभिन्न चरण क्या हैं?


कैंसर के विभिन्न चरणों का निर्धारण कैंसर ट्यूमर के आकार, लिम्फ नोड्स में इसके प्रसार और शरीर के अन्य भागों में इसके प्रसार से होता है। पहला चरण, जब कैंसर का ट्यूमर 2 सेमी से छोटा होता है और किसी अन्य स्थान पर नहीं फैला होता है, तो रोग अपने पहले चरण में माना जाता है। दूसरा चरण तब होता है जब कैंसरयुक्त ट्यूमर आकार में 2 से 5 सेंटीमीटर के बीच होता है और लिम्फ नोड्स में फैलता है। तीसरा चरण तब होता है जब कैंसर का ट्यूमर आकार में 5 सेंटीमीटर से अधिक होता है और अधिक लिम्फ नोड्स में फैल जाता है। चौथा चरण तब होता है जब ट्यूमर बहुत बड़ा हो जाता है और शरीर के अन्य भागों में फैल जाता है।



यह भी जानिए क्या कहते हैं आंकड़े


ICMR के NCDIR (नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च) की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में देश में 13.92 लाख मामले सामने आए। इनमें से 3.77 लाख कैंसर के मामले तंबाकू सेवन के कारण थे। भारत में सर्वाइकल कैंसर से हर 8 मिनट में 1 महिला की मौत होती है और स्तन कैंसर से हर 13 मिनट में 1 महिला की मौत होती है। गुजरात में वर्ष 2020 में 69660 नए मामले सामने आए, जिसके वर्ष 2025 तक 79217 होने का अनुमान है। अहमदाबाद अर्बन कैंसर रजिस्ट्री के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं की प्रति एक लाख आबादी पर क्रमशः 98 और 77 नए कैंसर के मामले हैं।


कुल मामलों में से केवल 50% रोगियों को ही मुख, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर होता है


अहमदाबाद सिविल मेडिसिटी कैंपस में स्थित जीसीआरआई कैंसर अस्पताल में हर साल कैंसर के लगभग 20,000 नए मामले दर्ज होते हैं, जिनमें से 28.84% मरीज दूसरों से इलाज के लिए गुजरात आते हैं। (राजस्थान - 12%, मध्य प्रदेश - 11.4%, महाराष्ट्र - 1%)। जीसीआरआई में कुल मामलों में से केवल 50% रोगियों में मौखिक, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का निदान किया जाता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री श्री हृषिकेशभाई पटेल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग राज्य के कैंसर रोगियों को सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य के बजट ने पिछले दो वर्षों में प्रति वर्ष 104 करोड़ रुपये के अनुमानित अनुदान के साथ कैंसर क्षेत्र में विभिन्न उपचार और आधुनिक तकनीकी सुविधाएं प्रदान करके कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है।



टिप्पणियां


Subscribe to Our Newsletter

Thanks for submitting!

  • White Facebook Icon

© 2023 by TheHours. Proudly created with Wix.com

bottom of page